शनिवार, 20 दिसंबर 2008

सापेक्ष के अपलब्‍ध अंक

सापेक्ष के पुराने सामान्‍य अंकों के साथ कबीर विशेषांक और शमशेर जी पर केन्द्रित विशेषांक उपलब्‍ध नहीं हैं । कुछ विशेषांकों को छोडकर एक विशेषांक का मूल्‍य एक सौ रूपये है । मूल्‍य के साथ डाक व्‍यय के लिये तीस रूपया और भेजिये । उपलब्‍ध विशेषांकों की जानकारी निम्‍नानुसार है :



सापेक्ष 50 – हिन्‍दी आलोचना पर केन्द्रित 850 पृष्‍ट के इस विशेषांक का मूल्‍य एक सौ पचास रूपये है । इस अंक में वरिष्‍ठतम आलोचक रामविलास शर्मा से लेकर नवोदित आलोचक व्‍योमेश शुक्‍ल तक कुल 58 रचनाकारों के विचारों को संकलित किया गया है ।


लोक संस्‍कृति विशेषांक – लोक साहित्‍य पर केन्द्रित इस अप्रतिम दस्‍तावेज के कुल 375 पृष्‍टों में दुर्लभ सामाग्री का समावेश है । 


गजल विशेषांक – अमीर खुसरो की गजल से समकालीन गजलकारों की तीन सौ गजलों का यह संग्रह कुल 248 पृष्‍टों का है जिसमें गजल के उद्भव और विकास पर तीन महत्‍वपूर्ण साक्षात्‍कार हैं ।


मुकुटधर पाण्‍डेय विशेषांक – छायावाद के प्रवर्तक मुकुटधर पाण्‍डेय के व्‍यक्तित्‍व और कृतित्‍व पर केन्द्रित यह विशेषांक 500 पृष्‍टों का है । इस अंक में देश के पचास से अधिक रचनाकारों का योगदान है । 




बाबा नागार्जुन विशेषांक – नागार्जुन के रचना संसार पर केन्द्रित यह विशेषांक 326 पृष्‍टों में अपना कलेवर समेटे हुए है । 

त्रिलोचन विशेषांक – किंवदंती पुरूष त्रिलोचन पर केन्द्रित इस अंक में त्रिलोचन जी से साक्षत्‍कार लगभग 150 पृष्‍टों में संकलित हैं । देश के मनीषी रचनाकारों के विचारों से ओतप्रोत यह अंक 640 पृष्‍टों का है । 


उत्‍तर आधुनिक सौंदर्यशास्‍त्र और द्वंदवाद विशेषांक – मनीषी रचनाकार राजेश्‍वर सक्‍सेना की यह पुस्‍तक 485 पृष्‍टों की है । 



व्‍यंग्‍य सप्‍तक एक विशेषांक – हरिशंकर परसाई, शरद जोशी, श्रीलाल शुक्‍ल, रविन्‍द्रनाथ त्‍यागी, सुदर्शन मजीठिया और शरद पुणताम्‍बेकर पर केन्द्रित यह विशेषांक 504 पृष्‍टों का है । 

उत्‍तर आधुनिकता और द्वंदवाद विशेषांक - मनीषी रचनाकार राजेश्‍वर सक्‍सेना की यह पुस्‍तक 644 पृष्‍टों की है, इसकी कीमत एक सौ पचीस रूपये है ।



व्‍यंग्‍य सप्‍तक दो विशेषांक – व्‍यंग्‍यकार नरेन्‍द्र कोहली, ज्ञान चतुर्वेदी, सूर्यबाला, संतोष खरे, त्रिभुवन पाण्‍डेय, श्रीराम ठाकुर दादा और महावीर अग्रवाल पर केन्द्रित यह विशेषांक 400 पृष्‍टों की है । 



हबीब तनवीर का रंग संसार विशेषांक – इसमें हबीब तनवीर के सभी नाटकों का मूल्‍यांकन करते हुए उनके अवदान को रेखांकित करने की कोशिश है । श्‍वेत श्‍याम एवं रंगीन 64 छायाचित्रों के साथ यह विशेषांक 400 पृष्‍टों में अपना कलेवर समेटे हुए है । 



 विज्ञान का दर्शन : फ्रेडरिक एंगल का योगदान विशेषांक – कुल 140 पृष्‍टों की यह पुस्‍तक हिन्‍दी में विज्ञान के दर्शन पर इस तरह का पहला और अनूठा काम है । सक्‍सेना जी का कहना है, ‘विज्ञान का दर्शन एक स्‍वतंत्र अनुशासन है जो बहुत समृद्ध है । यूरोप और अमेरिका में प्राकृतिक विज्ञान और सामाजिक विज्ञान की विरासत को खंगालने का काम रूका नहीं है बल्कि और तेज हुआ है ।‘कहना न होगा कि ज्ञान विज्ञान की संपूर्ण विरासत को प्रेग्‍मेटिज्‍म के दायरे में लाकर देखने का प्रयास जारी है । विज्ञान के और समाज के क्षेत्र में ज्ञानोदय की हर स्‍मृति और विरासत को आज ध्‍वस्‍त करने का काम जारी है । नतीजा यह हुआ कि मार्क्‍सवाद की द्वंद्ववादी पद्धति पर नाना प्रकार के सवाल उठाए जा रहे हैं । सक्‍सेना जी नें इन सारी बातों का जवाब पुस्‍तक में दिया है । यह पुस्‍तक हमें बताती है कि इक्‍कीसवी शताब्दि में विज्ञान की नई चुनौतियों को समझने के लिए एंगेल्‍स के विज्ञान संबंधी विचारों की प्रासंगिकता भी कितनी अधिक है ।
नाटक विशेषांक – हबीब तनवीर, रेखा जैन, बसंत प्रताप सिंह, गुलबीर सिंह भाटिया, प्रेम साइमन, राजकमल नायक, प्रबोध कुमार गोविल, परदेशीराम वर्मा और महावीर अग्रवाल के नाटकों का संग्रह इस विशेषांक में है । 320 पृष्‍ट के इस विशेषांक में कुल 22 नाटक हैं जो साक्षरता, कुष्‍ट उन्‍मूलन, स्‍वास्‍थ्‍य, टीकाकरण, वन महोत्‍सव, सहकारिता, भोपाल त्रासदी, ड्रग्‍स और साम्‍प्रदायिक दंगों के खिलाफ हैं ।

 देवेन्‍द्र सत्‍यार्थी विशेषांक – सापेक्ष के इस विशेषांक में प्रकाश मनु नें लोकजीवन के चितेरे देवेन्‍द्र सत्‍यार्थी से बातचीत करते हुए उनके व्‍यक्तित्‍व और कृतित्‍व को रेखांकित किया है । इसी तरह चित्रकार भाउ समर शेख से लंगी बातचीत महावीर अग्रवाल नें की है । सापेक्ष 50 – हिन्‍दी आलोचना पर केन्द्रित 850 पृष्‍ट के इस विशेषांक का मूल्‍य एक सौ पचास रूपये है । इस अंक में वरिष्‍ठतम आलोचक रामविलास शर्मा से लेकर नवोदित आलोचक व्‍योमेश शुक्‍ल तक कुल 58 रचनाकारों के विचारों को संकलित किया गया है ।

महावीर अग्रवाल
संपादक ‘सापेक्ष’
ए-14, आदर्श नगर, दुर्ग (छत्‍तीसगढ) 491003
फोन : 0788 – 2210234